मुझे फोटोग्राफी करना बहुत पसंद है। मैं यहाँ अपनी तस्वीरों तथा रेगिस्तानी गाँवो में प्रचलित किस्सों कहानियों व अपने जीवन के अनुभवों को अपनी टूटी-फूटी भाषा के साथ साझा करने के लिए मैं यहाँ लम्बे समय के बाद उपस्थित हूँ।अपने इस ब्लॉग में मैं अपने जीवन के अनुभवों, पसन्दीदा कविताओं व तस्वीरों को प्रस्तुत कर रहा हूँ।
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मेरा दाग़िस्तान: रसूल हमज़ातोव ________________________ एक अद्भुत किताब है मेरा दाग़िस्तान।जो हमें अपनी मिट्टी,अपने देश व अपनी मातृभाषा से प...
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दफ़्तर में उकताया हुआ बाहर निकला तो दूर आसमान की छत पर बादलों को उमड़ता हुआ देखकर मुझे मोहन राकेश उस किताब पर लिखी हुई पंक्तिया या...
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दोस्तों वैसे तो रेगिस्तान में कई कंटीली झाड़ियां व वनस्पतियों के विभिन्न रूप देखने को मिलते हैं मगर उन सबकी अपनी एक अलग ही खूबसूरती व विश...